आदिवासियों की हुंकार रैली यात्रा भोपाल के स्थानी बीएचएल दशहरा मैदान पर आदिवासियों ने सुप्रीम कोर्ट के 29 26 11 2019 को होने वाले आदिवासियों के मामले की निर्णायक लड़ाई के लिए अपने अधिकारों को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया इस कार्यक्रम में आदिवासियों के संगठनों सहित 80 से ज्यादा प्रतिनिधि उपस्थित हुए इस सम्मेलन में करीब 10000 से ऊपर आदिवासी शामिल हुए इस कार्यक्रम में विशेष रुप से
केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते मध्य प्रदेश शासन के मंत्री श्री बाला बच्चन एवं ओमकार सिंह मरकाम आदिम जाति कल्याण मंत्री सहित विधायकों में विशेष रूप से डॉ हीरालाल अलावा डॉ अशोक मर्सकोले सहित कार्यक्रम के संयोजक आयोजक श्री गुलजार सिंह मरकाम उपस्थित थे इस कार्यक्रम में लगभग 38 जिलों के 120 विकास खंडों से आदिवासी आए थे इन आदिवासियों ने एक हुंकार में आदिवासियों के अधिकारों को लेकर जहां गीत गाए वहां नारे भी लगाए वहीं दूसरी ओर नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख सुश्री मेघा पाठ का विशेष रूप से उपस्थित थी जिन्होंने भोपाल में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के कार्यालय के सामने आदिवासियों के विस्थापन एवं पुनर्वास को लेकर अपना धंधा आदिवासियों के साथ जमा रखा है दूसरा यह कि इस कार्यक्रम में यह देखने को मिला कि के आदिवासियों के हक और अधिकारों का रुपया किसने खाया और खा रहा है बताया जाता है कि इस कार्यक्रम के द्वारा एक चीज में भरकर औराई की आदिवासियों के नाम पर सीखने रोटी सेकने वाले ऐसे कौन-कौन से लोग हैं जो आदिवासियों के हकों के हनन का पुरजोर फायदा उठाते रहे हैं जिनकी जांच होना अति आवश्यक है जिससे गरीब मुकेश आदिवासियों को उनके हक और अधिकार मिल सके इस अवसर पर गोपाल सिंह कुर्ती बालाघाट और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया भी उपस्थित थे देखना है कि आदिवासियों की हुंकार यात्रा कहां तक हुंकार भर्ती है और इसका क्या परिणाम सामने आता है उक्त जानकारी जनहित में जारी दैनिक अभी दुनिया एवं दैनिक न्यूज़ तहसीलदार द्वारा समाचार जारी किया गया इसके साथ ही शब्द प्रताप एवं चेतना टुडे द्वारा न्यूज़ जारी की गयी